समाज में स्त्रियों की स्थिति अच्छी थी। इस समय समाज में ‘विधवा विवाह’, ‘नियोग प्रथा’ तथा ‘पुनर्विवाह’ का प्रचलन था लेकिन ‘पर्दा प्रथा’, ‘बाल-विवाह’ तथा ‘सती-प्रथा’ प्रचलित नहीं थी। वेदों की संख्या चार है- ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद्। यदि आप किसी भी विषय जैसे व्यापार, तकनिकी, शिक्षा, लाइफ, मनोरंजन https://laneabdkc.wikibriefing.com/3589548/not_known_details_about_म_ब_इल_स_घर_ब_ठ_प_स_क_स_कम_ए
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